बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सभी विधायक एवं विधान पार्षद अपने मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना निधि से न्यूनतम पचास लाख रुपये की राशि कोरोना वायरस से निपटने के लिए सहयोग के रूप में स्वास्थ्य विभाग के कोरोना उन्मूलन कोष में अंशदान करेंगे।
पटना के एक अणे मार्ग पर कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों के संबंध में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान नीतीश ने कहा कि मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत विधायकों एवं विधान पार्षदों को अपने क्षेत्र में एक वर्ष में तीन करोड़ रुपये खर्च करने के लिए अनुशंसा करने का अधिकार है जो कि योजना एवं विकास विभाग के माध्यम से कार्यान्वित किया जाता है।
गौतरलब हो कि बिहार की राजधानी पटना में एक निजी अस्पताल का 20 वर्षीय वार्ड ब्वॉय कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। इसके साथ ही शुक्रवार को दो नए मामले सामने आए हैं। जिससे राज्य में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वार्ड ब्वॉय निजी अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमित मरीज के संपर्क में आया था। अस्पताल में भर्ती उस मरीज की बाद में पटना एम्स में मौत हो गई थी। पटना के सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार चौधरी ने बताया कि शहर के खेमनीचक इलाके में स्थित इस निजी अस्पताल को सील करने की प्रक्रिया जारी है।
इससे पहले कतर से लौटे मुंगेर निवासी एक मरीज का पहले पटना के इसी निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। बाद में उसे पटना एम्स में भर्ती कराया गया जहां पिछले हफ्ते उसकी मौत हो गई। कोरोना वायरस का नया पॉजिटिव मामला उक्त निजी अस्पताल में वार्ड ब्वॉय के पद पर कार्यरत युवक में सामने आया है।
जिला प्रशासन ने इस निजी अस्पताल के सभी डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों को पृथक रहने का आदेश दिया था। मुंगेर निवासी उक्त मरीज के संपर्क में बीते दिनों में 64 व्यक्ति आए थे जिनमें से 55 के सैंपल जांच के लिए आरएमआरआई में भेजे गये थे , जिसमें तीन कोरोना संक्रमण पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से दो मृतक की रिश्तेदार मुंगेर निवासी एक महिला (40) और एक बच्चा (12) हैं।
कोरोना संक्रमण पॉजिटिव पाए गए मुंगेर निवासी महिला और बच्चे को इलाज के लिए भागलपुर स्थित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि अन्य को घर पर पृथक रखा गया है।